जोधपुर/
शुक्रवार को श्री वीर तेजाजी मंदिर आऊ मे जाट समाज के बुजुर्गों ने मिलकर मृत्यु भोज जैसी कुरीतियों मिटाने को लेकर बैठक आयोजित की गई! आयोजित मीटिंग में देणोक,चाखू,चिमाणा,घटंयाली,चाडी,सुवाप सहित आसपास के गांव के मौजज लोगों की उपस्थिति में सर्व सहमति से मृत्युभोज को पूर्ण रुप से बंद करने की शपथ ली गई! इस दौरान ग्रामीणों ने मिलकर मृत्युभोज में पकवान ना बनवा कर साधारण भोजन बनाना, शादी समारोह सहित अन्य सामाजिक कार्यक्रमों में नशे पर पूर्णत प्रतिबंध लगाया! वही ग्रामीणों ने इस बात का भी आह्वान किया कि क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति मृत्युभोज का आयोजन करता है तो उनके विरुद्ध सरकारी नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी! जिसका जिम्मेदार मृत्युभोज का आयोजन करने वाला व्यक्ति स्वयं होगा! इस दौरान सैकड़ों युवाओं ने मिलकर ग्रामीणों की इस मुहिम को बढ़-चढ़कर अपने क्षेत्र में ऐसी सामाजिक कुरीतियों को मिटाने को लेकर आगे आए और ग्रामीणों में जागृति लाने के लिए सभी को इसके बारे में होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी दी! साथ ही बुजुर्गों एवं युवाओं ने सभी से आह्वान किया कि कोई भी व्यक्ति मृत्युभोज का आयोजन ना करें! और ना ही मृत्युभोज में बना पकवान ग्रहण करेंगे! अब देखने वाली बात यह होगी कि जाट समाज द्वारा बहुत ही सराहनीय और आने वाली पीढ़ियों को देखते हुए बहुत ही अच्छा निर्णय लिया गया है! अब इसमें युवाओं व बुजुर्ग मिलकर इस मृत्युभोज को हमेशा के लिए बंद करने में किस हद तक सफल हो पाते हैं यह आने वाले समय में ही पता चल सकेगा!