Sunday, May 3, 2020

गरीब बस्तियों, झोपडिय़ों में युवाओं ने किया भोजन वितरण






अंचल में कोई भी व्यक्ति भूखा न सोए, इस बात की चिंता की गई
भूखों को भोजन कराना और प्यासों को पानी पिलाना ही मानवता की सच्ची सेवा- कैलाश मंथन
भूखों को भोजन कराना ही ईश्वर की सबसे बड़ी सेवा- कैलाश मंथन
गुना। कोरोना महामारी संकट के चलते लॉकडाउन के दौरान कोई भी व्यक्ति भूखा न सोये इस मकसद से अंचल की अनेकों धाॢमक, सामाजिक संस्थाओं एवं समाजसेवियों ने अपनी सेवाएं प्रदान की। जनसंवेदना, विराट हिन्दू उत्सव समिति, अंतर्राष्ट्रीय पुष्टिमार्गीय वैष्णव परिषद, चिंतन मंच सहित सर्राफा बाजार के युवाओं ने पिछले एक माह के दौरान करीब पचास हजार लोगों तक खाने के पैकेट सप्लाई किए। हिउस प्रमुख कैलाश मंथन के मुताबिक नरसेवा नारायण सेवा के तहत अनेकों युवा कार्यकर्ताओं ने अपने जेब खर्च में कटौती करके गरीब परिवारों, झोपडिय़ों तक बेसहारा लोगों, मजदूरों, वृद्धों एवं बच्चों को एक समय का भोजन प्रदान किया। कैलाश मंथन ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय पुष्टिमार्गीय परिषद एवं चिंतन मंच के तहत गौवंश की सेवा की जा रही है। अंचल के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में सड़कों पर विचरण करने वाले पशुओं को चारा पानी की व्यवस्था प्रतिदिन की जा रही है। वहीं पक्षियों के लिए भी दाना पानी की व्यवस्था हिउस के तहत की गई है। हिउस प्रमुख कैलाश मंथन ने बताया कि प्रशासन की ऑनलाईन व्यवस्था के अलावा अनेकों ऐसे लोग अंचल में हैं, जिन्हें कहीं से भी कोई सहायता उपलब्ध नहीं है। आर्थिक रूप से भी अनेकों परिवारों की मदद की जा रही है। नरसेवा नारायण सेवा में प्रमुख योगदान कैलाश मंथन, गिर्राज किशोर, विवेक किशोर गर्ग, रामकृष्ण अग्रवाल एवं सर्राफा बाजार के हनी सोनी, सैंकी सोनी, विकास सोनी, रिंकू सोनी सहित अनेकों युवाओं एवं कार्यकर्ता कर रहे हैं। 450 भोजन के पैकेट प्रतिदिन शहर से लगी बाहरी गरीब बस्तियों में पुलिस के सहयोग से वितरण किए गए। गौवंश को प्रतिदिन रात्रि को चारा पानी की व्यवस्था की जा रही है। हिउस प्रमुख श्री मंथन ने बताया कि अंचल में सेवा प्रदान कर रहे सभी कोरोना योद्धाओं को सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है। 

कोरोना काल में ध्यान, योग, नाम जाप एकांतवास ही सर्वश्रेष्ठ साधन-श्री मंथन
विश्वव्यापी संकटकाल में जबकि देश में संपूर्ण लॉकडाउन चल रहा है। ऐसे समय में सोशल डिस्टेंसिंग एवं शारीरिक सुरक्षा स्वास्थ्य के लिए एकांतवास हरिनाम संकीर्तन ही सर्वश्रेष्ठ साधन है। हिउस प्रमुख कैलाश मंथन के मुताबिक हिउस के आव्हान पर सैकड़ों परिवारों में ध्यान नाम जाप संकीर्तन की जा रही है। भारतीय संस्कृति में सर्वश्रेष्ठ महामंत्रों का जाप घरों में किया जा रहा है। चिंतन हाउस में ओम नमो भगवते वासुदेवाय एवं महामृत्युजयमंत्र का जाप निरंतर चल रहा है। वहीं अनेकों परिवारों में 12 करोड़ षोडशअक्षर महामंत्र हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे का जाप किया जा रहा है। श्री मंथन ने कहा कि चिंतन मंच के तहत श्रद्धालुओं से अपने-अपने घरों में एक घंटा इष्टदेवों का महामंत्र जाप करने का आव्हान किया गया है।  



 

 



 

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