Saturday, April 11, 2020

नेशनल हेल्थ अथॉरिटी ने प्राइवेट अस्पतालों को आयुष्मान योजना में शामिल किया 


नई दिल्ली   नेशनल हेल्थ अथॉरिटी ने प्राइवेट अस्पतालों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में शामिल किया है, ताकि कैंसर और हार्ट जैसी बीमारी से पीड़ित लोगों का भी इलाज हो सके। कैंसर, हृदय संबंधी और मधुमेह जैसी गंभीर बीमारियों से पीड़ित रोगियों को निरंतर उपचार की आवश्यकता होती है। इसके तहत हॉस्पिटल इम्पैनमेंट मॉड्यूल (एचईएम) नामक तंत्र के लांच होने के साथ ही मरीजों को उपचार कराने में आसानी होगी। आयुष्मान भारत और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण की सीईओ डॉ. इंदु भूषण ने कहा है कि एबी-पीएमजेएवाई के लाभार्थियों की सेवा करने की हमारी क्षमता को बढ़ाने के हमारे प्रयास के तहत हमने निजी अस्पतालों को सूची में शामिल करना शुरू कर दिया है।
उन्होंने कहा कि हम एक अस्थायी आधार पर सरल और सहज प्रणाली के माध्यम से निजी अस्पतालों के जरिए राज्यों, अस्पताल संघों और स्वास्थ्य सेवा उद्योग निकायों तक पहुंचना शुरू कर दिया है। इस योजना के तहत 1,500 से अधिक स्वास्थ्य लाभ पैकेज शामिल हैं। आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना केंद्र सरकार की एक प्रमुख स्वास्थ्य सेवा योजनाओँ में से एक है, जो प्रति वर्ष लगभग 50 करोड़ गरीब और कमजोर व्यक्तियों को प्रति परिवार 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य कवर प्रदान करती है। बता दें कि इससे पहले नेशनल हेल्थ अथॉरिटी ने कोरोवा वायरस के इलाज को आयुष्मान योजना में शामिल किया था। एनएचए ने कहा था कि अभी सरकारी अस्पतालों में कोविड-19 की मुफ्त जांच व इलाज की सुविधा मिली हुई है।


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